क्या आपने कभी सोचा है पानी रंगहीन क्यों होता है? यहां जान लीजिए

पानी ऑक्सीजन और हाइड्रोजन से बना है जो बहुत अधिक उर्जा को अवशोषित करने में असमर्थ हैं.

पानी पदार्थ होता है यानी हम पानी में आर पार देख सकते हैं. 

लेकिन क्या आपने कभी सोचा है पानी रंगहीन क्यों होता है? चलिए हम बताते हैं आपको.

पानी के अणु ऑक्सीजन और हाइड्रोजन जैसे सरल तत्वों से बने होते हैं जो ज्यादा मात्रा में ऊर्जा को अवशोषित नहीं कर पाते हैं. 

इसके अलावा पानी के दो क्वांटम स्टेट्स की ऊर्जा के बीच अंतर बहुत कम होता है इसलिए प्रकाश किरणें अवशोषित होने की जगह आर-पार हो जाती हैं जिससे पानी का कोई रंग नहीं बन पाता है. 

लेकिन यह प्रकाश को इस तरह से परावर्तित और अपवर्तित कर सकता है जिससे महासागरों या झीलों जैसे बड़े पिंडों में देखने पर यह नीला या हरा दिखाई देता है. 

पानी का नीला रंग, प्रकाश के बिखरने और चयनात्मक अवशोषण के कारण होता है. पानी में निलंबित अशुद्धियां या विसर्जित तत्व पानी को अलग रंग दे सकते हैं. 

नदी के पानी का रंग बदलने का सबसे आम कारण खनिज हैं. समय के साथ चट्टान खराब हो जाती है और उससे खनिज घुलकर पानी में मिल जाते हैं.