भारत में गंगा एक ऐसी नदी है जिसका धार्मिक महत्व है और यह सामाजिक-सांस्कृतिक जीवन की भी धुरी है.

गंगा नदी भारत में 2525 किमी के क्षेत्र में उत्तराखंड, यूपी, बिहार, झारखंड बंगाल जैसे राज्यों के बड़े हिस्से में बहती है.

लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक जगह ऐसी भी है जहां गंगा नदी खो जाती है और वहां इन्हें फिर अलग नाम से भी नहीं बुलाया जाता है.

दरअसल, भारत की सबसे पवित्र नदी कही जाने वाले गंगा बांग्‍लादेश में पहुंचती है, लेकिन वहां इसका नाम बदल जाता है.

जब गंगा बांग्‍लादेश में पहुंचती है तो इसे पद्मा के नाम से जाना जाता है. यह भारत और बांग्‍लादेश के बीच अंतरराष्‍ट्रीय सीमा भी बनाती है.

भारत और बांग्‍लादेश के बीच 1997 में गंगा जल संधि हुई थी. इसी संधि के कारण पद्म नदी को गंगा पदी से पानी मिलता है.

आपको बता दें  पद्मा नदी का प्रवाह भारत के पश्चिम बंगाल में बने फरक्‍का बैराज से नियंत्रित किया जाता है.

पद्मा नदी बांग्‍लादेश में 355 किलोमीटर की दूरी में बहती है. पद्मा नदी की मुख्य सहायक नदी महानंदा है.

उपग्रह की तस्‍वीरों से पता चलता है कि बांग्‍लादेश की प्रमुख नदी पद्मा पिछले 30 सालों में आकार में बढ़ी है.