यहां दिखा अत्यंत दुर्लभ काले रंग का बाघ, IFS अधिकारी ने शेयर किया Video
जब आप बाघ की कल्पना करते हैं, तो सबसे पहले आपके दिमाग में क्या आता है? सबसे अधिक संभावना है, उसकी छवि. उसका धारीदार सुनहरा रंग, जिसके शरीर पर काली धारियां हैं.
लेकिन ओडिशा में एक बेहद ही दुर्लभ मेलेनिस्टिक बाघ देखा गया है. यह बिल्कुल काला नजर आ रहा है. पूरी दुनिया में इस रंग के बाघ बेहद कम हैं. भारत में तो यह दुर्लभ ही है.
आखिर इसका रंग ऐसा क्यों है? क्या भारत में कभी ऐसा बाघ देखा गया? आइए जानते हैं इन सभी सवालों के जवाब.
भारतीय वन सेवा के अधिकारी सुशांत नंदा अक्सर वन्यजीवों की मनोरम और लुभावनी तस्वीरें साझा करते हैं. अपने लेटेस्ट वीडियो में, अधिकारी ने एक DSLR कैमरे पर एक राजसी और दुर्लभ काले बाघ को कैद किया है.
ओडिशा के सिमिलिपाल टाइगर रिजर्व से दुर्लभ मेलेनिस्टिक बाघ का यह पहला वीडियो है.
वीडियो में इसे जंगल के बीच खुलेआम घूमते देखा जा सकता है. मेलेनिस्टिक बाघ, बाघ प्रजाति का एक दुर्लभ रूप है जिसमें मेलेनिन का स्तर ऊंचा होता है. इससे वे सामान्य से काफी काले दिखते हैं.
मेलेनिस्टिक बाघों में सामान्य से अधिक मोटी और गहरी धारियाँ होती हैं और कभी-कभी कुछ खास रोशनी में वे लगभग काले दिखाई दे सकते हैं.
अब वायरल हो रहा फुटेज हमें इन राजसी और अनोखे बिल्लियों और उनके जीवन की एक दुर्लभ झलक देता है. वीडियो को अब तक 69,000 से ज्यादा बार देखा जा चुका है. 1,600 से ज्यादा लाइक्स भी मिले हैं.
इंटरनेट यूजर काला बाघ देखकर हैरान हैं. एक यूजर ने लिखा, पहली बार इनके बारे में सुन रहा हूं, देख रहा हूं. कभी देखने की कोशिश करूंगा.
कुछ दिनों पहले भारतीय वन सेवा के अधिकारी परवीन कासवान ने भी एक वीडियो शेयर कर मेलानिस्टिक बाघ के बारे में जानकारी दी थी.
बताया था कि बाघ का रंग काला होने के पीछे वजह जेनेटिक म्यूटेशन है. काले रंग के बाघ बेहद दुर्लभ होते हैं. पहली बार साल 2007 में सिमलीपाल टाइगर रिजर्व में इसे देखा गया था.