क्या आप जानते हैं क्या है कुट्टू का आटा? अगर नहीं तो यहां पर जानें
कुट्टू को अंग्रेजी में बक व्हीट (Buckwheat) कहते हैं. इसका वैज्ञानिक नाम ‘फागोपाइरम एस्कुलेंटम’ (Fagopyrum Esculentum) है.
कुट्टू को तमाम इलाकों में अलग-अलग नाम से भी जानते हैं. जैसे- मसलन टाऊ, ओगला, ब्रेश और फाफड़ आदि.
कूट्टू के नाम में भले ही ‘व्हीट’ लगा है, लेकिन इसका अनाज से कोई लेना-देना नहीं है बल्कि यह फल की कैटेगरी में आता है.
ऐसा माना जाता है कि कुट्टू या बक व्हीट की खेती लगभग 5 या 6 हजार साल पहले दक्षिण पूर्व एशिया में शुरू हुई.
वहां से यह मध्य एशिया, मध्य पूर्व और फिर यूरोप तक फैल गया.
Hullopillow की एक रिपोर्ट के मुताबिक फिनलैंड में कम से कम 5300 ईसा पूर्व तक इसके उपयोग का लिखित जिक्र मिलता है.
आपको बता दें कि कुट्टू का पौधा 2-4 फीट लंबा होता है. इसकी पत्तियां तिकोने आकार की होती हैं और बिल्कुल हरी नजर आती हैं.
कुट्टू के पौधे में पहले सफेद रंग के छोटे-छोटे फूल आते हैं. फिर ये फूल गुच्छे के आकार के फल में बदल जाते हैं.
इन फलों को सुखाने के बाद भूरे रंग के छोटे-छोटे चने जैसे आकार के बीज निकलते हैं. इन्हीं को पीसकर कुट्टू का आटा तैयार किया जाता है.