उत्तर अफ्रीका के मोरक्को में स्थित दुनिया के सबसे बड़े और सूखे सहारा रेगिस्तान में प्रकृति का एक दुर्लभ और अद्वितीय चमत्कार देखने को मिला है. 

दरअसल, मोरक्को में 2 दिन से लगातार बारिश हो रही है. इसने देश में सालभर होने वाली औसत बारिश का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. 

मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि पिछले 50 साल में पहली बार सहारा रेगिस्तान में इतने कम समय में इतनी ज्यादा बारिश हुई है.

अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी  NASA की सैटेलाइट्स ने सहारा रेगिस्तान की कुछ तस्वीरें साझा की है, जिसे देखकर हर कोई दंग रह गया है. 

इन तस्वीरों को देखकर सहारा की बाढ़ का अंदाजा लगाया जा सकता है. ऊंचे-ऊंचे रेत के टीलों के बीच पानी भर चुका है. इसकी वजह मूसलाधार बारिश है. 

क्या है वजह? मौसम विज्ञानियों के मुताबिक, यह घटना "एक्सट्राट्रॉपिकल स्टॉर्म" यानी असामान्य तूफान का परिणाम है, जिसे जलवायु परिवर्तन के प्रभाव से जोड़ा जा रहा है. 

एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगले 1500 साल में हरा-भरा हो जाएगा सहारा रेगिस्तान वैज्ञानिकों का अनुमान है कि अगले 1500 साल में सहारा का रेगिस्तान हरा-भरा हो जाएगा.

ऐसा इसलिए होगा, क्योंकि धरती इस दौरान अपनी धुरी 22 से 24.5 डिग्री तक झ़ुक जाएगी. एक्सपर्ट्स का कहना है कि सहारा जैसी जगह पर इतनी बारिश की घटना दशकों में नहीं देखी गई है. 

मौसम विभाग ने इस बारिश को एक्सट्रा टेरिटोरियल तूफान बताया है, जिसका असर कई सालों तक देखने को मिलेगा. वैसे यहां दिन के दौरान लगभग 50 डिग्री सेल्सियस तक रहता है. 

सहारा रेगिस्तान 92 लाख वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रफल में फैला हुआ है, जो भारत के दोगुने से भी ज्यादा है. यह दुनिया का सबसे बड़ा रेगिस्तान है जो नॉर्थ, सेंट्रल और वेस्ट अफ्रीका के 10 देशों में फैला हुआ है.