कनाडा ने एक बार फिर भारत से पंगा लेने का काम किया है. कनाडा ने हरदीप सिंह निज्जर की 2023 में कथित हत्या को लेकर एक बार फिर भारत पर आरोप लगाए हैं.
कनाडा ने हाई कमिश्नर संजय कुमार वर्मा और दूसरे राजनयिकों को निज्जर की कथित हत्या से जोड़ा है और उन्हें इस मामले में पर्सन ऑफ इंटरेस्ट बताया है.
भारत सरकार ने कनाडा के आरोपों को खारिज किया और उच्चायुक्त संजय वर्मा सहित अन्य राजनयिकों को वापस बुला लिया, साथ ही 6 कनाडाई राजनयिकों को निष्कासित कर दिया है.
कनाडा के साथ बढ़ते तनाव के बीच आइए जानते हैं कि कौन हैं वो संजय वर्मा जिन पर आरोप लगाकर कनाडा ने भारत से पंगा लिया है.
संजय कुमार वर्मा 1988 में भारतीय विदेश सेवा में शामिल हुए और पिछले 36 वर्षों से विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर सेवा दे रहे हैं.
संजय वर्मा ने जापान, सूडान, इटली, तुर्की, वियतनाम और चीन जैसे देशों में राजदूत के रूप में काम किया है और विभिन्न अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत का प्रतिनिधित्व किया है.
2022 में संजय वर्मा को कनाडा में भारत के उच्चायुक्त के रूप में नियुक्त किया गया. इसके बाद से वे भारत और कनाडा के बीच कूटनीतिक संबंधों को संभालने की जिम्मेदारी निभा रहे थे.
सूडान में अपने कार्यकाल के बाद, वर्मा ने भारतीय विदेश मंत्रालय में संयुक्त सचिव और अतिरिक्त सचिव के रूप में भी भूमिका निभाई, जहां भारत की विदेश नीति निर्माण में योगदान दिया.
संजय वर्मा ने पटना विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त की और आईआईटी दिल्ली से फिजिक्स में पीजी की डिग्री ली है, जिससे उनका एजुकेशनल बैकग्राउंड काफी मजबूत माना जाता है.
आपको बता दें हरदीप सिंह निज्जर एक खालिस्तानी नेता था और भारत सरकार ने उसको आंतकवादी घोषित किया हुआ है.
निज्जर की पिछले साल 2023 में कनाडा के सरे शहर में हत्या कर दी गई थी. इस हत्या को लेकर कनाडा ने भारत पर आरोप लगाए हैं,