हाल ही में, गणपति की मूर्ति के सामने रोते हुए एक छोटे बच्चे का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. 

इस वीडियो में नारंगी रंग का कुर्ता पहने और नदी के किनारे बैठा एक बच्चा भगवान गणेश से “जल्दी आने” की गुहार लगा रहा है. 

इस मन मोहक वीडियो को देखकर लोग आश्चर्यचकित रह गए और उन्होंने बच्चे की धार्मिकता की खूब तारीफ की. यह बच्चा हर बात पर 'राधे-राधे' कहने को लेकर भी चर्चा में रहता है. 

दरअसल, इस बच्चे का नाम अभिनव अरोड़ा है. दिल्ली का रहने वाला अभिनव आध्यात्मिक कंटेंट क्रिएटर है. अरोड़ा के इंस्टाग्राम पर करीब एक मिलियन फॉलोअर्स हैं.

अभिनव एक कथावाचक हैं. चौंकाने वाली यह है कि उनकी उम्र सिर्फ 9 साल है. उन्हें केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी द्वारा भारत के सबसे युवा आध्यात्मिक वक्ता के रूप में सम्मानित किया गया.

अभिनव अरोड़ा उद्यमी, लेखक और TEDx वक्ता तरुण राज अरोड़ा के बेटे हैं. कुछ फॉलोअर्स द्वारा अभिनव को प्यार से 'बाल संत' कहा जाता है. 

अभिनव के संबंध में उनके परिजनों दावा किया है कि 9 साल के इस बच्चे का कोई दोस्त नहीं है और न ही उन्हें किसी को दोस्त बनाने की कोई इच्छा है. 

उन्हें खिलौनों या स्मार्टफोन में बहुत कम या कोई दिलचस्पी नहीं है. उन्होंने यह भी दावा किया है कि वह बस राधा और कृष्ण से बात करना चाहते हैं. 

आपको बता दें बीते दिनों  'राधे-राधे' बोलने वाला अभिनव अरोड़ा पर रटे-रटाए जवाब देने का आरोप लगा है.

एक यूट्यूबर ने अपने यूट्यूब वीडियो में दावा किया है कि अभिनव अरोड़ा और उनके परिजन केवल लोगों से झूठ बोल रहे हैं.

अभिनव में कोई दैवीय शक्ति नहीं है. ना ही ज्ञान है. वो केवल रटी रटाई स्क्रिप्ट बोलते हैं. रटी बातों से इतर सवाल पूछने पर वो जवाब भी नहीं दे पाते. 

यूट्यूबर ने ये भी आरोप लगाया है कि वो सामान्य बच्चों जैसे ही हैं. लेकिन व्यापार में नुकसान के बाद परिजनों ने प्लानिंग के तहत ये सारा भ्रम फैलाया है.