भारत के इन टॉप गैंगस्टर्स के पिता करते थे ये काम, जानकर चौंक जाएंगे आप

इन दिनों लारेंस मुंबई में खौफ फैलाने की कोशिशें कर रहा है. वहीं उसके पिता की बात करें तो लारेंस के पिता पहले हरियाणा पुलिस में सिपाही थे.

हालांकि पांच साल में ही उन्होंने ये काम छोड़ दिया और खेती बाड़ी करने लगे थे. लारेंस के पिता चाहते थे कि वो आईपीएस अफसर बने, लेकिन वो अपराध की दुनिया में चला गया.

एक समय दाऊद इब्राहिम के नाम से बड़े-बडे़ लोग कांप जाते थे. दाऊद का पूरा नाम शेख दाऊद इब्राहिम कासकर है.

इसके पिता की बात करें तो उनका नाम शेख इब्राहिम अली कासकर था, जो कि मुंबई पुलिस में हवलदार थे.

एक समय छोटा राजन अपराध की दुनिया के सबसे बड़ा नाम हुआ करता था. उसके नाम से मुंबई के नामी ग्रामी लोग कांपते थे. छोटा राजन बचपन में ब्लैक में टिकट बेचा करता था.

वहीं छोटा राजन की मां एक धार्मिक महिला थीं और उसके पिता एक स्वदेशी मिल्स में काम करते थे. 70 के दशक में उनकी नौकरी चली गई थी जिसके बाद उनके परिवार को आर्थिक तंगी से गुजरना पड़ा था.

मान्या सुर्वे ने मुंबई में अपने अपराधों से सनसनी मचा दी थी. उसके नाम से लोग कांपते थे. मान्या का जन्म मुंबई में एक मध्य वर्गीय परिवार में हुआ था. उसके पिता एक मिल मजदूर के रूप में काम किया करते थे.

पूर्व बाहुबली नेता और गैंगस्टर शहाबुद्दीन की दिल्ली में सजा काटने के दौरान कोरोना काल में मौत हो गई थी. कॉलेज के दौरान ही शहाबुद्दीन राजनीति में पैर पसारने लगा था.

वहीं कॉलेज के समय ही उसे हुसैनगंज थाने की पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर घोषित कर दिया था. शहाबुद्दीन के पिता की बात करें तो उनका नाम शैख मोहम्मद हजबुल्लाह था, जो पेशे से एक राजनेता थे.

अपराध की दुनिया में अपना नाम बनाने वाले श्रीप्रकाश शुक्ला के सिर पर 25 मर्डर का आरोप था. गोरखपुर से लखनऊ और बिहर तक श्रीप्रकाश शुक्ला की दहशत थी.

90 के दशक में उसका सिक्का चलता था, वो अपने गांव में मशहूर पहलवान हुआ करता था. हालांकि उसके पिता से वो बिल्कुल अलग था. उसके पिता एक स्कूल में शिक्षक थे.