इंसान डर लगने पर अचानक क्यों हो जाते हैं फ्रीज? जानें इसके पीछे की वजह

आपके साथ ऐसा कई बार हुआ होगा कि कोई डरावनी चीज अचानक से आपके सामने आ गई होगी और आप डर के मारे एक दम फ्रीज हो गए होंगे.

ऐसी स्थिति में आप डर के मारे बिल्कुल फ्रीज हो जाते हैं. आपके शरीर कोई हरकत नहीं करता और ना ही आपके मुंह से आवाज निकलती है.

अचानक से डर लगने पर इंसान का "फ्रीज" होना एक मानसिक प्रक्रिया है, जो हमारे शरीर की तनाव प्रतिक्रिया से जुड़ी है.

डर लगने पर अचानक से फ्रीज होने की प्रतिक्रिया को हम "फाइट-ऑर-फ्लाइट" यानी लड़ाई या भागने की प्रतिक्रिया के एक हिस्से के रूप में देखते हैं.

दरअसल, जब हम किसी खतरे का सामना करते हैं, तो हमारे शरीर में अचानक से कई बदलाव होते हैं और फ्रीज होना भी इन्हीं में से एक प्रतिक्रिया है.    

जब हम डर महसूस करते हैं, तो हमारे दिमाग के हाइपोथैलेमस भाग में सिग्नल भेजे जाते हैं,

जो तनाव वाले हार्मोन जैसे एड्रेनालिन और नॉरएपिनेफ्रिन को रिलीज करता है. यह हार्मोन शरीर को खतरे का सामना करने के लिए तैयार करते हैं.

इसी वजह से कई बार हम एक दम फ्रीज हो जाते हैं. फ्रीज होने के दौरान, शरीर की मांसपेशियां कठोर हो जाती हैं, दिल की धड़कन बढ़ जाती है और सांस लेने की गति धीमी हो जाती है.

यह शरीर को एक स्थिति में स्थिर रहने और खतरे का आकलन करने का मौका देता है.