आपने कभी सोचा है बाथरूम और वॉशरूम के बीच क्या अंतर होता है? यहां जानें जवाब
बाथरूम, वॉशरूम और टॉयलेट जैसे शब्दों से अधिकांश लोग परिचित हैं. हर कोई कभी न कभी इन शब्दों का प्रयोग करता ही है.
एक ही उद्देश्य के लिए दोनों शब्दों का प्रयोग कर लिया जाता है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि बाथरूम और वॉशरूम एक ही हैं या इनमें कोई फर्क भी है?
बहुत से लोग बाथरूम और वॉशरूम को एक ही समझते हैं और किसी के भी शब्द का इस्तेमाल कर लेते हैं.
हालांकि ऐसा बिलकुल भी नहीं है और इन दोनों के बीच बेसिक फर्क है, जो ज्यादातर लोगों को पता ही नहीं होता है.
दोनों ही स्पेस में काफी अंतर है. बाथरूम, वॉशरूम और टॉयलेट में तीन अलग-अलग जगहें हैं. एक समय में अधिकांश घरों में केवल स्नानघर ही होते थे.
ऐसे बाथरूम्स के साथ-साथ ही शौचालय भी होता था. हालांकि अब ऐसा नहीं है. खासकर ऊंची इमारतों में ये दोनों जगहें अलग-अलग होती हैं.
बाथरूम में मुख्य रूप से एक शॉवर लेने की जगह होती है. इसमें एक शौचालय भी होता है.कभी-कभी बाथरूम में नहाने के सामान भी होते हैं, जिनमें बाल्टी-मग और साबुन-शैम्पू भी मौजूद होते हैं.
अधिकांश ऊंची इमारतों में बाथरूम और वॉशरूम अलग-अलग होते हैं. आखिर इन दोनों में फर्क क्या होता है, जिसकी वजह से ये अलग-अलग टर्म्स बन गए.
वॉशरूम में सिंक जरूर होना ज़रूरी होता है. अधिकांश वॉशरूम्स में टॉयलेट और सिंक होता है.
वॉशरूम वो जगह है, जहां आपको वॉश बेसिन, टॉयलेट सीट, मिरर, चेंजिंग एरिया आदि तो मिलेंगे लेकिन नहाने की सुविधा नहीं होगी. मॉल, ऑफिस, सिनेमा में सिर्फ वॉशरूम होते हैं, बाथरूम नहीं.
कई जगहों पर पुरुषों और महिलाओं के लिए अलग-अलग वॉशरूम होते हैं. आमतौर पर मॉल, ऑफिस आदि में इन्हें जेंडर के आधार पर अलग किया जाता है.
वॉशरूम के दरवाजे पर आपको बाथरूम नहीं बल्कि वॉशरूम ही लिखा हुआ दिखेगा. वॉशरूम दरअसल एक अमेरिकी शब्द है. विदेशों में खासकर अमेरिका में लोग वॉशरूम को टॉयलेट कहते हैं.