माउंट आबू के पास मौजूद है मेंढक की आकृति वाला 'Toad Rock', आपने देखा है क्या?
अरावली पर्वतमाला और राजस्थान की सबसे ऊंची चोटी गुरुशिखर माउंट आबू से करीब 15 किलोमीटर की दूरी पर है. यह स्थान 1722 मीटर की ऊंचाई पर है.
इस स्थान पर दत्तात्रेय भगवान के मंदिर के ऊपर की तरफ अनुसूया माता का मंदिर है. इसके पीछे ही सुंदर व्यू पॉइंट बना हुआ है, जहां से आप पूरी अरावली की पहाड़ियों का नजारा निहार सकते हैं.
माउंट आबू में नक्की लेक से करीब दो किलोमीटर दूर स्थित सनसेट पॉइंट से आप अरावली की पहाड़ियों से डूबते सूरज का नजारा देख सकते हैं.
नक्की लेक से अगर आप सीधे सनसेट पॉइंट जाना चाहते हैं, तो पैदल बैलिस वॉक पाथ से गुजर सकते हैं. यह जगह पिकनिक पॉइंट के रूप में भी जानी जाती है.
यह पॉइंट वन विभाग के अधीन होने से, विभाग द्वारा निर्धारित प्रवेश शुल्क देकर आप इस जगह का लुत्फ उठा सकते हैं. माउंट आबू में नक्की लेक के पास से आप हनीमून पॉइंट तक पहुंच सकते हैं.
यह जगह प्रेमी जोड़ो द्वारा काफी पसंद की जाती है, क्योंकि यहां एकांत में आप प्रकृति के सुंदर नजारों का आनंद ले सकते हैं. यह जगह फोटोग्राफी के लिए भी बहुत अच्छी है. यह पॉइंट नक्की लेक से करीब 1 किलोमीटर की दूरी पर है.
नक्की लेक के पास ही एक पहाड़ी पर बनी मेंडक की आकृति वाली टॉड रॉक नामक पहाड़ी से आप नक्की झील के स्काय व्यू और पूरे माउंट आबू के नजारों का लुत्फ उठा सकते हैं.
इस जगह तक पहुंचने के लिए आपको करीब 250 सीढ़ियां चढ़नी पड़ती हैं. ऐसे में बुजुर्ग पर्यटक यहां नहीं आ सकते हैं.
माउंट आबू से ओरिया होते हुए करीब 8 किलोमीटर दूर स्थित अचलगढ़ की पहाड़ी पर महाराणा कुम्भा द्वारा स्थापित किला और प्राचीन अचलेश्वर महादेव मंदिर तथा जैन मंदिर बना हुआ है.
प्राचीन किले के अब अवशेष ही बचे हुए हैं. इस पहाड़ी के ऊपर से पूरे क्षेत्र के सुंदर नजारों का पर्यटक लुत्फ उठा सकते हैं.