भारत के इस गांव में नहीं हो रही हैं शादियां, आखिर क्या है वजह?

भारत को कुछ लोग गांव का देश भी कहते हैं. हर राज्य में ढेर सारे गांव हैं और हर गांव की एक अलग खासियत.

भाषा, खानपान और लाइफस्टाइल के साथ-साथ इन गांवों में कुछ अजब-गजब प्रथाएं भी चलती आ रही हैं.

मध्य प्रदेश के सागर जिले में भी एक ऐसा अनोखा गांव है. यहां ढोल नगाड़े से लेकर शहनाई बजाने तक, सब कुछ बंद है.

न ही किसी को हल्दी लग सकती है और न ही दूल्हा बारात लेकर निकल सकता है. आखिर क्यों इस गांव से बारात नहीं जा सकती, आइये जानते हैं.

मध्य प्रदेश के डूंगासरा गांव में एक ऐसी घटना हुई की वहां लोगों की शादी नहीं हो पा रही है.

इस गांव के एक व्यक्ति के द्वारा अपने खेत से गाय को भगाया जा रहा था. इस दौरान उन्होंने खेत से उठाकर एक पत्थर फेंका जो गाय के सिर में जाकर लग गया.

इसकी चोट इतनी खतरनाक थी कि कुछ ही समय में गाय की तड़प कर जान निकल गई.

गांव के लोगों को जब यह पता चला तो पंचायत लगी. पंचायत में सबसे पहले उन्हें गंगा स्नान करने के लिए भेजा गया.

इसके बाद निर्णय लिया कि तुलसी विवाह तक कोई शादी विवाह यहां नहीं होगा, जिसका पालन किया जा रहा है. जब तक यह दोष लगा रहता है तब तक शादी करना एक पाप की तरह माना जाता है.

इस दोष से मुक्ति पाने के लिए दीपावली के समय आने वाली तुलसी एकादशी पर उस परिवार के लोगों के द्वारा तुलसी विवाह कराया जाएगा.

इस कार्यक्रम में पूरा गांव शामिल होता है इसके बाद शादी विवाह के कार्यक्रम गांव में शुरू होते हैं.