कभी सोचा है आखिर चेन खींचने से क्यों रुक जाती है ट्रेन, जान लीजिए इसकी वजह
द हिन्दू वेबसाइट की रिपोर्ट के अनुसार ट्रेन के कोच में जो चेन लगी होती है, वो ट्रेन के मुख्य ब्रेक पाइप से जुड़ी होती है. इस पाइप में एब्सल्यूट प्रेशर को बनाकर रखा जाता है.
जैसे ही चेन खींची जाती है, ब्रेक एयर पाइप में जो वाल्व है, वो खुल जाता है और हवा रिलीज हो जाती है. इस वजह से ब्रेक में हवा का दबाव कम होने लगता है और इससे ट्रेन धीरे हो जाती है.
लोको पायलट हमेशा ही प्रेशर के मीटर को मॉनिटर करता रहता है, उसे प्रेशर में ये बदलाव नजर आ जाता है. इसके बाद वो हॉर्न को 3 बार बजाता है और ट्रेन रोक देता है.
ये गार्ड और ट्रेन में मौजूद सिक्योरिटी वालों के लिए सिग्नल होता है कि ट्रेन की चेन को खींचा गया है और इस वजह से ट्रेन रोकी गई है.
जब ट्रेन बहुत तेज गति से चलती है तो उसे रुकने में कुछ मिनट लग जाता है, जिससे वो पटरी से न उतर जाए.
अब आते हैं दूसरे सवाल पर कि अगर यात्रियों के पास ये सुविधा अगर इतनी आसानी से उपलब्ध है, तो वो उन स्टेशनों पर ट्रेन रोककर क्यों नहीं उतर जाते, जहां ट्रेन का स्टॉपेज ही नहीं है?
वैसे इस तरह की हरकत यात्रियों द्वारा सालों से की जा रही है, जिसकी वजह से खतरा काफी होता है, मगर ऐसा नहीं करना चाहिए. दरअसल, चेन खींचने की व्यवस्था इमर्जेंसी वाली स्थितियों में ही मुहैया कराई जाती है.
जब ट्रेन में आग लग जाए, कोई हेल्थ इमर्जेंसी हो, ट्रेन में कोई आपराधिक घटना घट रही हो, या फिर ट्रेन से चढ़ने या उतरने के दौरान कोई हादसा हो जाए.
इन सब स्थितियों के अतिरिक्त अगर कोई यूं ही चेन खींचकर कहीं उतरने की कोशिश करता है तो रेलवे एक्ट 1989 की धारा 141 के अंतर्गत उस व्यक्ति को 1 साल जेल की सजा, 1 हजार रुपये जुर्माना या दोनों ही हो सकता है.