ये हैं भारत के 8 ऐतिहासिक ब्रिज, जानें इनका इतिहास
भारत एक ऐसा देश है, जिसकी धरती पर हर कोने में ऐतिहासिक धरोहरें बसी हुई हैं. इनमें से कुछ ऐतिहासिक पुल (ब्रिज) भी हैं, जो सदियों पुरानी इंजीनियरिंग कला का प्रमाण देते हैं.
ये पुल न केवल यात्रा और व्यापार के लिए महत्वपूर्ण रहे हैं, बल्कि इनमें से कई पुल आर्किटेक्चर और इंजीनियरिंग के अद्भुत उदाहरण भी हैं. आइए जानते हैं भारत के 8 प्रमुख ऐतिहासिक ब्रिज के बारे में:
1. पंबन ब्रिज (रामेश्वरम, तमिलनाडु)
पंबन ब्रिज भारत के सबसे पुराने और महत्वपूर्ण रेल पुलों में से एक है. यह पुल 1914 में बनकर तैयार हुआ था और यह रामेश्वरम को भारत के मुख्य भूमि से जोड़ता है.
2. शाही ब्रिज (जौनपुर, उत्तर प्रदेश)
शाही ब्रिज को 1568-1569 में मुगल सम्राट अकबर के शासनकाल में बनवाया गया था. इसे जौनपुर के गोमती नदी पर बनाया गया था और इसका उद्देश्य उस समय यातायात और व्यापार के लिए था.
3. हावड़ा ब्रिज (कोलकाता, पश्चिम बंगाल)
यह ब्रिज भारत के सबसे प्रसिद्ध और व्यस्त पुलों में से एक है. यह 1943 में बनकर तैयार हुआ था और हुगली नदी पर स्थित है. यह पुल स्टील से बना हुआ है और इसे बिना किसी पिलर के बनाया गया है.
4. कालका-शिमला ब्रिज (हिमाचल प्रदेश)
कालका-शिमला रेलवे लाइन भारत के पहाड़ी इलाकों में बिछी एक प्रमुख रेल लाइन है. 1898 से 1903 के बीच इस रेलवे लाइन का निर्माण हुआ और इसे 2008 में यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर घोषित किया गया.
5. गोल्डन ब्रिज (भारूच, गुजरात)
गोल्डन ब्रिज का निर्माण 1881 में नर्मदा नदी पर किया गया था. यह पुल अंग्रेजों द्वारा भारूच और अंकलेश्वर के बीच आवाजाही और व्यापार को सुगम बनाने के लिए बनाया गया था.
6. आर्यनकावु ब्रिज (थेनमाला, केरल)
आर्यनकावु ब्रिज का निर्माण 1904 में हुआ था और यह केरल के घने जंगलों के बीच से गुजरता है. यह ब्रिज पश्चिमी घाट की पहाड़ियों के अद्भुत दृश्यों के साथ पर्यटकों को लुभाता है.
7. नामदांग स्टोन ब्रिज (सिबसागर, असम)
इसका निर्माण 1703 में अहोम राजा रुड्रसिंह के शासनकाल में किया गया था. यह पुल पूरी तरह से एक ही पत्थर को काटकर बनाया गया था, जो इसकी खासियत है.
8. कोरोनेशन ब्रिज (सिलीगुड़ी, दार्जीलिंग)
तेजपुर और सिलीगुड़ी को जोड़ने के लिए इस पुल का निर्माण 1941 में किया गया था. इस पुल को महाराजा George VI के राज्याभिषेक के उपलक्ष्य में 'कोरोनेशन ब्रिज' नाम दिया गया.