क्या है BRICS Currency और क्या अमेरिकी डॉलर संकट में है?

BRICS देशों में मूल रूप से ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं. कुछ अन्य देशों को भी इसमें शामिल किया गया है.

अब ये सभी देश मिलकर एक नई करेंसी के बारे में विचार कर रहे हैं.

अगर नई करेंसी पर सहमति बनती है तो इसके सदस्य देश अमेरिकी डॉलर ($) के बदले इस नई करेंसी में आपसी डील करेंगे.

मौजूदा अंतरराष्ट्रीय वित्तीय प्रणाली अमेरिकी डॉलर ($) का प्रभुत्व है और अगर नई करेंसी अस्तित्व में आई तो अमेरिकी डॉलर ($) के लिए बड़ा झटका साबित हो सकता है.

आखिर क्या कारण है कि BRICS देश एक नई करेंसी के बारे में विचार कर रहे हैं. इन देशों के पास एक नई करेंसी स्थापित करने की इच्छा के कई कारण हैं.

अमेरिका के खिलाफ इस अभियान में चीन भी भारत और रूस का साथ दे सकता है. इसका सबसे बड़ा कारण चीन के साथ अमेरिका का Trade War है.

हाल की वैश्विक वित्तीय चुनौतियों और आक्रामक अमेरिकी विदेश नीतियों ने BRICS देशों को संभावना तलाशने के लिए प्रेरित किया है.

वे अमेरिकी डॉलर ($) और यूरो (€) पर वैश्विक निर्भरता को कम करते हुए अपने स्वयं के आर्थिक हितों को बेहतर ढंग से पूरा करना चाहते हैं.