कहा जाता है कि पटियाला पैग हर कोई सहन नहीं कर सकता, क्योंकि पटियाला पैग में शराब की मात्रा स्मॉल और लार्ज पैग से ज्यादा होती है.
बता दें कि यह वही महाराजा हैं जिन्होंने अपनी रॉल्स रॉयस से शहर का कचरा उठवाया था. माना जाता है कि भूपिंदर सिंह की एक खास पोलो टीम थी जिसमें 8 सिख योद्धा थे.
एक बार उन्होंने Irish टीम को खेलने के लिए बुलाया था. वहीं खेल से पहले शराब का प्रस्ताव रखा गया तो विदेशी टीम ने अपनी क्षमता दिखाने के लिए ज्यादा पीना शुरू कर दिया.
इसी के साथ दोनों ने एकबार में अपना गिलास खाली कर दिया. तभी से विभिन्न आयोजनों पर हर शाही मेहमान को पटियाला पैग अनिवार्य रूप से परोसे जाने की परंपरा शुरू हुई.