इस नदी का नाम कर्मनाशा है. यह नदी बिहार के कैमूर जिले से निकलती है और उत्तर प्रदेश के सोनभद्र, चंदौली, वाराणसी, और गाजीपुर जिलों से होकर बहती है.
कर्मनाशा नदी के शापित होने के पीछे एक पौराणिक कथा जुड़ी है. मान्यता के अनुसार राजा हरिश्चंद्र के पिता राजा सत्यव्रत को विश्वामित्र ने अनुष्ठान कर सशरीर स्वर्ग भेज रहे थे
बीच रास्ते में ही इंद्र ने उन्हें रोक दिया. तब विश्वामित्र अपने तप के बल से उन्हें स्वर्ग भेजने पर अड़ गए. इस वजह से सत्यव्रत बीच में ही उल्टा लटक गए, जो त्रिशंकु कहलाएं.