दुनिया की सबसे मोटी बिल्ली का कम करने चले वजन, चंद हफ्तों में हुई मौत, जानें कैसे
दुनिया की सबसे मोटी बिल्ली की मौत हो गई है. वो इतनी मोटी थी कि उसे उठाना सबके बस की बात नहीं थी. पिछले वजन की वजह से बिल्ली खूब चर्चा में थी.
हाल ही में उसका वजन कम करने के लिए उसे डायट फूड पर रखा गया था, पर चंद हफ्तों में ही उसकी मौत हो गई. हैरानी की बात ये है कि उसकी मौत का कारण उसकी चर्बी के नीचे छुपा था.
ऐसे में चलिए आपको बताते हैं कि आखिर बिल्ली इतनी मोटी कैसे हो गई और उसके मरने की वजह क्या थी.
न्यूयॉर्क पोस्ट वेबसाइट के अनुसार ‘क्रोशिक’ (Kroshik- ‘क्रंब्स’ का रूसी अनुवाद) नाम की बिल्ली को एक रूसी अस्पताल के बेसमेंट से कुछ वक्त पहले रेस्क्यू किया गया था.
वहां वो कूड़ा-कचरा, बिस्किट, और सूप पिया करती थी. इस वजह से बिल्ली का वजन 38 पाउंड (17 किलो) हो गया था.
इसके बाद बिल्ली को एक फैट कैंप सेंटर में रखा गया जहां उसके वजन को कम करने की कोशिश की गई. वजन कम करना बेहद जरूरी था क्योंकि बिल्ली की वजन से मौत हो सकती थी.
क्रंब्स रूस के पर्म में एक जानवरों के वेट लॉस सेंटर में रखा गया और उसने 7 पाउंड वजन कम भी कर लिया. मगर अचानक उसे सांस लेने में तकलीफ होने लगी और न्यूज-एक्स के अनुसार 26 अक्टूबर को उसकी मौत हो गई.
वहां मौजूद एक्सपर्ट्स को ये देखकर हैरानी हुई कि बिल्ली की फैट लेयर इतनी ज्यादा मोटी थी, कि स्कैन में चमड़ी के नीचे कैंसर ट्यूमर पकड़ ही नहीं आए. ये ट्यूमर उसके स्प्लीन और अन्य अंदरूनी अंगों पर विकसित हो रहे थे.
बिल्ली को मैट्रोस्किन कैट शेल्टर में रखा गया था. वहां की फाउंडर गैलियाना मोर का कहना है कि ट्यूमर कई अंगों में फैल गया था.
उन्होंने कहा कि ये बताना मुश्किल होगा कि उसकी मौत ज्यादा वजन की वजह से हुई या फिर ट्यूमर की वजह से. उन्होंने कहा कि जब बड़ा मल्टी ऑर्गन फेलियर होता है तो उससे बच पाना लगभग नामुमकिन होता है.
उन्होंने बताया कि मौत से 1 हफ्ते पहले तक बिल्ली के टेस्ट नॉर्मल थे. बिल्ली इतनी मोटी हो गई थी कि वो ठीक से चल भी नहीं पाती थी. बिल्ली के केयरटेकर्स उसकी मौत से बहुत दुखी हैं.