क्या आपके साथ कभी हुआ है कि आप कोई बात बोलने वाले हैं, ठीक उससे पहले आप बात भूल गए?
या फिर कभी ऐसा हुआ है कि आप किसी काम से एक कमरे में गए हों मगर वहां जाते ही भूल गए हों कि आप कमरे में क्यों गए थे?
अगर इन सवालों के जवाब हां हैं तो घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि आप पूरी तरह नॉर्मल हैं.
आज हम आपको बताने वाले हैं कि आखिर इंसान अचानक अपनी ही बात कैसे भूल जाते हैं.
आसान शब्दों में वैज्ञानिक इस परिस्थिति को डुअल टास्किंग (Dual tasking) का नतीजा कहते हैं. डुअल टास्किंग का अर्थ होता है एक बार में दो अलग-अलग कार्य करना.
जब इंसान की उम्र कम होती है तब उसका दिमाग भी उतनी तेजी से नहीं चल पाता जितना बड़ों का चलता है.
ऐसे में उसके लिए एक बारे में दो कार्य करना मुश्किल होता है. जैसे-जैसे इंसान बड़ा होता है, डुअल टास्किंग करना उसके लिए आसान हो जाता है.
दिमाग यूं तो कई पावरफुल कंप्यूटर्स से भी चतुर है मगर उसकी भी एक क्षमता है. ऐसे में जब वो एक बार में कई टास्क करता है तो गैर जरूरी बातों को कुछ पल के लिए भुला देता है.
अगर हम कोई बात बोलने से पहले डुअल टास्किंग कर रहे होंगे तो हमारा दिमाग उन कामों में ज्यादा लग जाएगा और वो बात को कुछ पल के लिए भुला देगा.
ये भी हो सकता कि आपने कुछ बोलने का सोचा हो मगर आप किसी और की बात सुन रहे हों, ऐसे में आप आपनी बात भूल जाते हैं.
अगर आप बात को भूल गए हों, तो खुद को कुछ पल के लिए रिलैक्स करें और फिर गहरी सांस लें. आपको कुछ देर में अपने आप वो बातें याद आ जाएंगी.