कभी सोचा है आखिर शराब पीने के बाद कई चीजें याद क्यों नहीं रहती हैं? यहां जानें
शराब एक केंद्रीय तंत्रिका तंत्र का दमनकारी (depressant) है. इसका मतलब है कि ये दिमागी प्रोसेस को धीमा कर देता है.
दरअसल दिमाग में लाखों न्यूरॉन्स होते हैं जो एक दूसरे से संकेतों का आदान-प्रदान करते हैं. शराब इन न्यूरॉन्स के बीच संचार को बाधित करती है.
न्यूरोट्रांसमीटर: मस्तिष्क में न्यूरॉन्स एक दूसरे से रसायनों के माध्यम से संवाद करते हैं जिन्हें न्यूरोट्रांसमीटर कहा जाता है.
शराब इन न्यूरोट्रांसमीटरों के काम करने के तरीके को बदल देती है, जिससे संदेशों का सही ढंग से प्रसारण नहीं हो पाता.
हिप्पोकैम्पस: हिप्पोकैम्पस मस्तिष्क का वह हिस्सा है जो नई यादें बनाने और पुरानी यादों को संग्रहित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.
शराब हिप्पोकैम्पस को प्रभावित करके याददाश्त को कमजोर बनाती है.
सेरेबेलम: सेरेबेलम मस्तिष्क का वह हिस्सा है जो संतुलन और समन्वय को नियंत्रित करता है.
शराब सेरेबेलम को भी प्रभावित करती है, जिसके कारण शराब पीने के बाद लोग लड़खड़ाते हैं और असंतुलित महसूस करते हैं.