देश में कालाधन (Black Money) रोकने और डिजिटल इकनॉमी (Digital Economy) को बढ़ावा देने के लिए भारत में कई बार नोटबंदी (Demonetisation) की जा चुकी है. 

ऐसे में आइए आपको बताते हैं कि देश में कब-कब नोटबंदी का एलान किया गया.

साल 2023 में भारतीय रिजर्व बैंक ने 2000 रुपये के नोट को चलन से बाहर कर दिया है. हालांकि अभी ये लीगल टेंडर बना रहेगा.

आपको जानकर हैरानी होगी कि देश में सबसे पहले नोटबंदी का एलान ब्रिटिश साम्राज्य के दौरान किया गया था.

भारत के वायसराय और गर्वनर जनरल सर आर्चीबाल्ड ने 12 जनवरी 1946 को हाई करेंसी वाले बैंक नोटों का डिमोनेटाइज करने का आदेश दिया था.

इसके 13 दिन बाद 26 जनवरी 1946 को 500, 1000 और 10000 रुपये के नोट चलन से बाहर हो गए थे. आजादी से पहले 100 रुपये से ऊपर के सभी नोटों को बंद कर दिया गया था.

रिजर्व बैंक की ओर से 10 हजार रुपये के नोट छापे गए थे. इसके साथ ही 10 रुपये के नोट और 5 रुपये के नोट छापे गए थे. फिर 1954 में 1000 और 5000 रुपये के नोट छापे गए.

फिर तत्कालीन जनता पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार ने 16 जनवरी 1978 को 1000 रुपये, 5000 रुपये और 10000 हजार रुपये के नोटों को बंद करने की घोषणा की. 

इसके बाद मोदी सरकार ने 8 नवंबर 2016 को 500 और 1000 रुपये के नोट को बंद करने का फैसला लिया था. इस फैसले के बाद 2000-500 रुपये के नोट को जारी किया गया था.