122 साल से लगातार जल रहा दुनिया का सबसे पुराना बल्ब, वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज है नाम

ऐसा बहुत कम ही होता है कि कोई बल्ब लगातार दो या तीन साल तक चले. लेकिन आज हम आपको एक ऐसे बल्ब के बारे में बताने जा रहे हैं जो एक-दो साल से नहीं बल्कि करीब 122 साल से लगातार जल रहा है.

ये बिजली का बल्ब ऐसा बल्ब है जिसे दुनिया चमत्कार मान रही है. कैलिफोर्निया राज्य के लिवरमोर शहर में लगा ये बल्ब गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के साथ तमाम वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में जगह पा चुका है. 

वजह ये है कि बिजली का ये बल्ब 02-04 साल या 10-20 साल से नहीं बल्कि 122 सालों से लगातार जल रहा है. ये लिवरमोर शहर के फायरब्रिगेड विभाग के गैराज में लगा हुआ है. 

हालांकि अब इस बल्ब की जगह से ये शहर एक खास पहचान पा चुका है. लोग हैरान होते हैं कि आखिर कैसे ये बल्ब 122 सालों से लगातार जल रहा है. भारत और इंग्लैंड के बीच 5 मैचों की टेस्ट सीरीज का आगाज हो चुका है.

इसका फिलामेंट कैसे अब तक सुरक्षित है. अन्यथा इंजीनियर्स का तो कहना है कि कोई भी बल्ब फिलामेंट 01-02 साल से ज्यादा नहीं चल पाता. 

इस बल्ब का नाम सेंटेनियल है जिसे साल 1901 में पहली बार जलाया गया था. तब से लेकर अब तक ये बल्ब जल रहा है. 

1901 में यह बल्ब 60 वाट का था. फिर इसका आउटपुट कम होता गया. 2021 में इस बल्ब की रोशनी 4 वाट के बराबर रह गई है. इसे ओहियो के शेल्बी में स्थित शेल्बी इल्कट्रॉनिक नाम की कंपनी ने बनाया है. 

माना जाता है कि ये बल्ब 1890 के दशक के आखिर में बना था. इसे डेनिल बरनेल नाम के शख्स ने खरीदा जो लिवरमोर पॉवर एंड वाटर कंपनी का मालिक था. उसने इसे खरीदने के बाद शहर के फायर स्टेशन को डोनेट कर दिया. 

दुनिया का कोई बल्ब कभी इतना लंबा नहीं जला है. 122 साल के इसके सफर में इसे 02 बार आधिकारिक तौर पर इंटरवल दिए गए. इस बल्ब को पहली बार साल 1937 में बिजली की लाइन के लिए बंद किया गया था. 

सेंटिनियल बल्ब के आविष्कार एडोल्फ चैलिएट थे जिन्होंने इसे बनाया. हालांकि इलैक्ट्रिक बल्ब के मूल आविष्कार थामस अल्वा एडीसन थे. 

शुरुआती बल्ब ऐसे बनाए जाते थे कि वो लंबा चलें यानि कई साल. लेकिन 1920 के दशक में दुनियाभर में बिजली के बल्ब बनाने वाली कंपनियों के कार्टेल ने तय किया ऐसे बल्ब बनाए जाएं तो 1500 घंटे से ज्यादा नहीं चले. ताकि उनके खराब होने पर ग्राहक फिर नया बल्ब खरीदे. 

साल 2013 में ऐसा लगा कि ये बल्ब फ्यूज हो गया है लेकिन तार की जांच करने से पता लगा कि 76 साल पुराना तार खराब हो गया है बल्ब नहीं लिहाजा जैसे ही तार बदला गया ये बल्ब फिर जलने लगा.