क्या सच में अपना बदला लेती है नागिन? आज आप भी जान लीजिए इसकी सच्चाई
ऐसा कहा जाता है कि कोई यदि नाग को मार दे तो उसे नागिन के बदले का सामना करना पड़ता है. चलिए इसके पीछे की सच्चाई जानते हैं.
सांपों की याददाश्त बहुत कम होती है. वो मुख्य रूप से अपनी इंद्रियों पर निर्भर रहते हैं.
वो किसी व्यक्ति को पहचानने या याद रखने में सक्षम नहीं होते.
इसके अलावा सांप एक दूसरे के साथ संवाद करने के लिए फेरोमोन का उपयोग करते हैं.
जब कोई सांप मारा जाता है तो वह कुछ विशेष प्रकार के फेरोमोन छोड़ता है. ये फेरोमोन अन्य सांपों को संकेत देते हैं कि खतरा है.
विज्ञान के अनुसार, नागिन के बदला लेने की कहानी एक मिथ है.
सांपों में बदला लेने की कोई प्रवृत्ति नहीं होती है. वो सिर्फ अपनी प्रवृत्ति के अनुसार काम करते हैं.
हालांकि, नागों और नागिनों से जुड़ी कहानियां हमारी संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं और इनका अपना महत्व है.