भारत में नदियों का बहुत खास महत्व है. यहां कुल 200 नदियां बहती हैं. हालांकि इन नदियों का अपना अलग इतिहास और महत्व है.
लेकिन आज हम आपको एक ऐसी नदी के बारे में बताएंगे, जिसे मौत की नदी कहा जाता है. आइए जानते हैं वो किस प्रदेश में है.
भारत में बहने वाली श्योक नदी को मौत की नदी कहा जाता है. यह लद्दाख क्षेत्र में बहने वाली लगभग 550 किलोमीटर लंबी नदी है.
यह सिंधु नदी की सहायक नदी है. यह नदी सियाचिन के रिमो ग्लेशियर से निकलते हुए उत्तरी लद्दाख से गिलगित-बाल्टिस्तान में जाती है.
श्योक नदी का संबंध पश्चिमी चीन के उइगर इलाके से है और उइगर भाषा में श्योक का अर्थ मौत से होता है. इसलिए ये ‘मौत की नदी’ कहलाती है.
पहले के समय में मध्य एशिय के व्यापारी मध्य एशिया के यारकंद से लेह की ओर यात्रा करते थे. इस दौरान श्योक नदी को कई बार पार करना पड़ता था.
कहते हैं कि इस नदी को पार करते समय, कई लोग और जानवरों के झुंड पानी के बहाव में बह गए. यहीं से इसका नाम श्योक नदी पड़ गया.
बता दें बीते महीने पहले इसी नदी में टैंक को पार करते समय एक हादसा हो गया, जिसमें चालक दल समेत भारतीय सेना के 5 जवान शहीद हो गए थे.