अगर दुनिया में तेल खत्म हो गया तो क्या होगा? 99% लोग नहीं जानते होंगे
तेल जिसे ब्लैक गोल्ड भी कहा जाता है आज की दुनिया के सबसे जरुरी संसाधनों में से एक है.
ऊर्जा, परिवहन, उद्योग और यहां तक कि हमारे रोजमर्रा की जिंदगी में तेल की एक खास जगह है लेकिन क्या होगा अगर दुनिया में तेल खत्म हो जाए? चलिए जानते हैं.
तेल खत्म होने का सबसे पहला असर वाहनों के ईंधन पर पड़ेगा. दुनियाभर में कारों, ट्रकों, बाइक्स और बसों में पेट्रोल और डीजल का इस्तेमाल होता है.
अगर तेल का संकट आ गया तो इन वाहनों के संचालन में भारी संकट पैदा हो जाएगा. लोग सार्वजनिक परिवहन या वैकल्पिक चीजों का सहारा लेने के लिए मजबूर होंगे.
तेल न केवल परिवहन में बल्कि ऊर्जा उत्पादन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. बिजली उत्पाद के लिए तेल आधारित संयंत्रों का इस्तेमाल होता है.
अगर तेल खत्म हो गया तो दुनिया को वैकल्पिक ऊर्जा स्त्रोतों की तरफ रुख करना होगा. सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा और परमाणु ऊर्जा जैसे स्त्रोतों पर निर्भरता बढ़ेगी.
तेल का एक अन्य महत्वपूर्ण उपयोग औद्योगिक उत्पादों में होता है. पेट्रोकेमिकल्स, प्लास्टिक, रबर और कई अन्य उत्पादों का निर्माण तेल से होता है.
तेल की कीमतें अगर अचानक से बढ़ती हैं या पूरी तरह से खत्म हो जाती हैं तो वैश्विक अर्थव्यवस्था पर इसका बड़ा असर पड़ेगा. तेल उद्योग से जुड़ी हजारों कंपनियां और रोजगार प्रभावित होंगे.
इसके अलावा देशों के बीच आर्थिक संतुलन बिगड़ सकता है क्योंकि जिन देशों के पास तेल उत्पाद का बड़ा हिस्सा है वे आर्थिक संकट का सामना करेंगे.