राजमा-चावल भला किसे पसंद नहीं होगा. हर किसी के घर में ये डिश कभी वीकडे तो कभी वीकएंड लंच पर डाइनिंग टेबल पर नजर ही आ जाती है.
लेकिन आपको यह जानकर हैरानी होगी कि लगभग हर भारतीय की पसंद राजमा, भारत से नहीं बल्कि किसी और देश से आया था.
आइए जानते हैं राजमा जिसे अंग्रेजी में किडनी बीन्स (Kidney Beans) कहते हैं, भारत में कहां से आया और कैसे इस देश की एक पसंदीदा डिश बन गया.
राजमा की खेती सबसे पहले मैक्सिको में हुई. यहां से पुर्तगाली इसे यूरोप लेकर गए. फिर ये यहां से दक्षिणी पश्चिमी तटों से होता हुआ भारत पहुंचा.
राजमा की उत्पत्ति मध्य अमेरिका में हुई थी और इसे प्राचीन मेसो-अमेरिका में लगभग 7500 साल पहले उगाया जाने लगा था.
कहते हैं कि राजमा सैंकड़ों साल पुराना है और तब से लेकर अब तक ये जितना भारत में पॉपुलर है, उतना शायद पश्चिमी देशों में भी नहीं है.
भारत के उत्तरी हिस्से में कहा जाता है बेस्ट क्वालिटी का राजमा होता है. हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू के अलावा हरियाणा में भी इसकी खेती होती है.
सफेद राजमा को आप लोबिया के तौर पर भी जानते हैं. न्यूट्रीशियनिस्ट्स राजमा को काफी पौष्टिक करार देते हैं.
उनके मुताबिक 100 ग्राम राजमा में 140 कैलोरी होती हैं, 5.7 ग्राम प्रोटीन, 5.9 ग्राम फैट और 18 ग्राम कार्बोहाइड्रेट होता है.