क्या आपको मालूम है CNG, PNG, LNG और LPG में क्या है अंतर? यहां जान लें

CNG (Compressed Natural Gas) प्राकृतिक गैस को vehicle compressed form में इकट्ठा किया जाता है. सीएनजी में मुख्य गैस मीथेन है. इसमें दूसरे हाइड्रोकार्बन भी कम प्रतिशत में होते हैं.

किसी भी लीकेज का पता लगाने के लिए सीएनजी में सल्फर मिलाया जाता है. यह एलपीजी की तुलना में इस मायने में फायदेमंद है कि ये हवा से हल्का होता है, इसलिए अगर कोई लीकेज होता है तो यह हवा में फैल जाता है.

PNG (Piped Natural Gas) यह सीएनजी के समान है. फर्क सिर्फ इतना है कि खाना पकाने यानी घरेलू इस्तेमाल के लिए इसकी आपूर्ति पाइपलाइन के जरिए की जाती है.

पीएनजी मुख्य रूप से मीथेन और इसे माइल्ड स्टील (एमएस) और पॉलीइथिलीन (पीई) पाइप के जरिये आपूर्ति की जाती है.

ताकि घरेलू कमर्शियल और नॉन-कमर्शियल जैसे विभिन्न क्षेत्रों में ग्राहकों की प्राकृतिक गैस की मांग को पूरा किया जा सके.

LNG (Liquefied Natural Gas) यह प्राकृतिक गैस का एक रूप है जिसे super-cooled तापमान पर रखा जाता है. यह अपने उच्च ऊर्जा डेंसिटी के कारण अन्य ईंधनों से अलग है.

इसलिए यह बार-बार ईंधन भरने के काम को कम करता है. इसका एकमात्र नुकसान यह है कि इसके लिए महंगी स्टोरेज सुविधाओं की आवश्यकता होती है.

LPG (Liquefied Petroleum Gas) यह पेट्रोलियम उत्पादों के Processing और शोधन (Refinement) के दौरान by-product है. इसमें मुख्य रूप से प्रोपेन, ब्यूटेन, प्रोपलीन, ब्यूटेलीन शामिल हैं.

यह हवा से भारी है इसलिए लीकेज के बाद जमीन के पास बैठ जाती है. इससे खतरे की संभावना बनी रहती है.

इसका उपयोग 1860 की शुरुआत में पोर्टेबल ईंधन स्रोत के रूप में किया गया था और तब से घरेलू और industrial उपयोग दोनों के लिए इसका उत्पादन और खपत बढ़ गई है.