आपने कभी सोचा है बॉलीवुड की फिल्में शुक्रवार को ही क्यों होती है रिलीज? जानें वजह

आप सभी जानते हैं कि दुनिया में सबसे ज्यादा फिल्में भारत में ही बनती है. भारत में हर साल 20 से अधिक भाषाओं में 2000 से ज्यादा फिल्में बनती है.

इतना ही नहीं हमारी हिंदी सिनेमा को समाज का आईना भी कहा जाता है क्योंकि सिनेमा भारतीय समाज की कहानी कहने का माध्यम भी रहा है. 

लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि हर फिल्म शुक्रवार के दिन ही क्यों सिनेमाघरों में रिलीज होती है? चलिए आपको बताते हैं इसके पीछे का कारण. 

दरअसल, भारत में शुक्रवार को फिल्म रिलीज होने का सिलसिला काफी दशकों से चला आ रहा है. ऐसा कहा जाता है कि शुक्रवार के दिन फिल्म को रिलीज करने का कॉन्सेप्ट हॉलीवुड से आया था. 

15 दिसंबर 1939 में आपने जमाने की सबसे सुपरहिट फिल्म गॉन विद द वाइंड रिलीज हुई थी जिसने कमाई के तमाम रिकॉर्ड तोड़े थे. ये फिल्म शुक्रवार के दिन ही रिलीज हुई थी. तभी से सभी फिल्में शुक्रवार को रिलीज होना शुरू हुई.

बता दें कि भारत में शुक्रवार को रिलीज होने वाली पहली फिल्म 5 अगस्त 1960 में रिलीज हुई मुगल ए-आजम थी. ये फिल्म अपने दौर की सबसे सुपरहिट फिल्म थी. 

भारत में शुक्रवार का दिन बहुत शुभ माना जाता है. यह दिन मां लक्ष्मी का दिन होता है. इसलिए ज्यादा प्रोड्यूसर्स अपनी फिल्में शुक्रवार को रिलीज करते है. प्रोड्यूर्स का मानना है कि इस दिन फिल्म रिलीज करने पर फिल्में बेहतर प्रदर्शन करती है.

शुक्रवार को फिल्म रिलीज होने का चौथा कारण वीकेंड से है. बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री का यह मानना है कि वीकेंड की शुक्रवार से होती है. क्योंकि रिलीज करने के अगले दो दिन छुट्टी होती है. 

वीकेंड पर ज्यादातर फैमिली अपने बच्चों के साथ फिल्म देखने जाते हैं इसलिए इसका सीधा असर कमाई पर पड़ता है.

हालांकि, सभी फिल्में शुक्रवार को ही नहीं रिलीज होतीं, कई फिल्मों के निर्माताओं ने इस ट्रेंड को तोड़ते हुए अलग-अलग दिनों पर भी फिल्में रिलीज की और उन्हें कामयाबी मिली.