वो मुगल शहज़ादी जो कहलाती थीं 'हरम की तितली', अकबर से था ये कनेक्शन

भारत में मुगलों का इतिहास बड़ा लंबा रहा है सैकड़ों साल उन्होंने यहां राज किया है. 

मुगलों के दौर में हरम वो जगह होती थी जहां बादशाह की बेगमें, रखैल, दासियां और सेविकाएं रहती थीं. 

कहा जाता है कि बादशाह अकबर के दौर में हरम में 5,000 से ज्यादा महिलाएं रहती थीं. इनमें 300 महिलाओं से अकबर का संबंध होने का दावा किया जाता है. जिनमें उनकी बीवियां भी शामिल थीं. 

कहते हैं कि मुगल हरम की महिलाएं बाहर की दुनिया से अनजान होती थीं. उनका बाहर से संपर्क नहीं होता था. 

लेकिन क्या आप जानते हैं कि मुगर हरम में एक ऐसी शहजादी थी जिसे अकबर समेत सभी बहुत प्यार करते थे. उसके हरम की तितली भी कहा जाता था. 

ये लड़की कोई और नहीं बल्कि अकबर की बेटी आराम बानू थीं. आराम बानू की मां का नाम दौलत शाद था. हालांकि ये अकबर की कितने नंबर की बीवी थीं यह साफ नहीं है. 

आराम बानू स्वाभाव से बहुत तेज-तर्रार थीं. जिसनें अपने पिता के शासन में अहम भूमिका निभाई थी. 

अकबर अपनी बेटी को लाडली बेगम के नाम से भी पुकारते थे. क्योंकि आराम बानू अपनी मां दौलत शाद पर गई थीं.