आखिर ठंड में किसी चीज या इंसान को छूने से क्यों महसूस होता है करंट? जानें वजह

सर्दियों में किसी चीज़ या इंसान को छूने पर करंट जैसा एहसास होना सामान्य है, जिसे इलेक्ट्रोस्टैटिक डिस्चार्ज (ESD) कहा जाता है.

इसका मुख्य कारण वातावरण में नमी की कमी और शरीर में स्टैटिक बिजली का इकट्ठा होना है.

जब इलेक्ट्रॉन्स किसी वस्तु या शरीर में जमा होते हैं, तो छूने पर इलेक्ट्रिक शॉक महसूस होता है.

सर्दियों में लोग सिंथेटिक कपड़े पहनते हैं, जो इलेक्ट्रॉन्स को अवशोषित कर लेते हैं, जिससे करंट का एहसास होता है.

ठंडी और शुष्क हवाओं से त्वचा सूखी हो जाती है, जिससे इलेक्ट्रॉन्स आसानी से जमा होते हैं. इस कारण से करंट का झटका महसूस होता है.

आप इस स्थिति से बचने के लिए किसी धातु की चीज को छूने से पहले पैर को जमीन से टच कर सकते हैं, ताकि शरीर का स्टैटिक चार्ज बाहर निकल जाए.

इसके अलावा, त्वचा में नमी बनाए रखने के लिए मॉइस्चराइजर या लोशन लगाना चाहिए, जिससे स्टैटिक बिजली कम जमा हो.

सूती कपड़े पहनने से भी स्टैटिक बिजली के इकठ्ठा होने की संभावना कम होती है.

ह्यूमिडिफायर का इस्तेमाल करने से हवा में नमी बनी रहती है, जिससे करंट के झटके का अनुभव कम होता है. इन उपायों से आप ठंड में करंट के एहसास से बच सकते हैं.