अगर गलती से किसी मरीज को दूसरा ब्लड ग्रुप चढ़ा दिया तो क्या होगा? जानें

अगर गलती से किसी मरीज को दूसरा ब्लड ग्रुप चढ़ा दिया जाता है, तो यह उसकी सेहत पर गंभीर असर डाल सकता है.

गलत ब्लड ग्रुप के खून के कारण रक्त सर्कुलेशन में समस्याएं या अन्य रक्त संबंधित समस्याएं हो सकती हैं.

जब गलत ब्लड ग्रुप का रक्त शरीर में जाता है, तो रक्त प्रतिक्रियाएं हो सकती हैं, जिनका असर शरीर पर पड़ता है.

गलत रक्त के संपर्क से व्यक्ति को बुखार हो सकता है, क्योंकि यह शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को Excited करता है.

इसके अलावा, रक्त प्रतिक्रिया के कारण ब्लीडिंग तेज हो सकती है, जिससे ज्यादा खून की जरूरत हो सकती है.

संक्रमण भी फैल सकता है, जिससे शरीर के विभिन्न हिस्सों में बिमारी हो सकती है. अत्यधिक गंभीर मामलों में यह किडनी और दिल की समस्याएं पैदा कर सकता है.

गलत ब्लड चढ़ाने से शरीर में रक्त संबंधित समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, जिससे स्थिति और खराब हो सकती है. एलर्जी का खतरा भी बढ़ जाता है, क्योंकि शरीर की प्रतिक्रिया बदल सकती है.

ब्लड सर्कुलेशन में भी बाधा उत्पन्न हो सकती है, जिससे थकान या चक्कर आने जैसी समस्याएं हो सकती हैं. इसके अलावा, शरीर का पीला पड़ना भी एक आम लक्षण है, जिससे पीलिया हो सकता है.

गलत ब्लड से इम्यून सिस्टम भी कमजोर हो सकता है, जिससे अन्य रोगों का प्रभाव शरीर पर पड़ सकता है.