वो महारानी, जिसकी सैंडल होती थी करोड़ों की, जड़े होते थे हीरे-मोती, जानें नाम
अक्सर राजा-महाराजाओं के शौक के बारे में बात होती रहती है. उनकी पसंद-नापसंद और दिलेरी के किस्से भी दोहराए जाते हैं.
लेकिन रानियां भी शौक के मामले में उनसे पीछे नहीं थीं. वे भी अपनी फैशन सेंस और जीवनशैली को लेकर कॉन्शियस रहती थीं.
जी हां, ऐसी ही एक महारानी थी जिन्हें हीरे-मोती से जुड़े जूतों को बड़ा शौक था. वह एक बार में 100 जोड़ी जूते मंगा लेती थीं.
यह शाही शौक रखने वाली कोई मामूली महारानी नहीं बल्कि इंदिरा राजे थी. साल 1892 में पैदा हुई और बड़ौदा की राजकुमारी थीं. कूच बिहार के महाराजा जीतेंद्र नारायण से उनकी शादी हुई थी.
साल 1930 में वहां की महारानी बनीं सब उन्हें इंदिरा देवी कहकर बुलाते थे. जयपुर की महारानी गायत्री देवी इन्हीं की बेटी थीं. इंदिरा अपने शाही शौक के लिए जानी जाती थीं.
वे जूते ही थे जो महारानी को खूब लुभाते थे. लेकिन ऐसे वैसे साधारण जूते नहीं बल्कि बेशकीमती हीरे-मोती जड़े हुए थे. 20वीं शताब्दी में जाने-मानी जूते चप्पल बनाने वाले डिजाइनर फेर्रागागो थे.
वह उन्हीं से ऐसे खास जूते बनवाया करती थीं. एक बार में 100 जोड़ी जूतों का ऑडर देती थीं जिनमें कुछ पर बेशकीमती रत्न जड़े होते थे.
इटली के मशहूर जूता बनाने वाले डिजाइनर फेर्रागामो अपनी किताब में इस बारे में जिक्र कर चुके हैं. उन्होंने लिखा था कि महारानी ने उनसे काले वेल्वेट पर मोती और हीरे लगाने के लिए कहा था.
यहां इस तस्वीर में जो लाल रंग की सैंडल दिख रही है वह महारानी वेज सैंडल है. महारानी की फैशन सेंस गजब का था. खूब-घूमती-फिरती थी. यूरोप जाना उन्हें बहुत पसंद था.