क्या आपको मालूम है भारत के कौन से शहर हैं भिखारी मुक्त? आज ही जान लीजिए

मध्यप्रदेश का इंदौर शहर भिखारी मुक्त बनने की दिशा में कदम बढ़ा रहा है.

इंदौर प्रशासन ने 1 जनवरी 2025 से एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है कि अगर कोई व्यक्ति भीख मांगते हुए पकड़ा जाएगा, तो उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी.  

इस कदम का उद्देश्य इंदौर को भिखारी मुक्त शहर बनाना है. खासतौर पर, बच्चों के द्वारा भीख मांगने और उनसे सामान खरीदने को लेकर भी कड़े नियम लागू किए गए हैं.  

जुलाई 2024 में इंदौर प्रशासन ने ऐलान किया था कि बच्चों का भीख मांगना अपराध माना जाएगा.

इंदौर के कलेक्टर आशीष सिंह ने इस मिशन को प्रशासन की प्राथमिकता बताते हुए कहा कि इस कदम का उद्देश्य समाज में भीख देने और लेने के नकारात्मक प्रभावों को कम करना है.

इस अभियान के तहत लोगों को जागरूक किया जाएगा. दिलचस्प बात यह है कि मध्यप्रदेश का सांची शहर पहले ही भिखारी मुक्त हो चुका है.  

सांची के अधिकारियों का कहना है कि उनके क्षेत्र में एक भी भिखारी नहीं है. यह शहर प्रशासनिक व्यवस्था और जागरूकता अभियान के कारण भिखारी मुक्त बना है.

इंदौर की तरह सांची भी उदाहरण प्रस्तुत कर रहा है कि अगर कड़े कदम उठाए जाएं और लोगों को जागरूक किया जाए, तो भिखारी मुक्त शहर बनाना संभव है.