आपने कभी सोचा है लोगों को इंजेक्शन देखते ही पसीना क्यों छूटने लगता है? यहां जानें
क्या आपके साथ भी ऐसा होता है कि इंजेक्शन की सुई देखते हैं आपका पसीना छूटने लगता है या सुई के डर से आप वैक्सीनेशन नहीं करवाते हैं.
सुई लगाते समय कुछ सेकेंड के लिए डर लगना आम बात है लेकिन सुई के डर से दूर भागना, मानसिक रूप से परेशान रहना, हार्ट बढ़ना आम बात नहीं है.
लेकिन सवाल यह है कि आखिर किसी भी इंसना को इंजेक्शन से क्यों डर लगता है आखिर इसके पीछे की वजह क्या है? क्या ये किसी बीमारी का लक्षण है? चलिए जानते हैं.
बता दें कि जो लोग भी इंजेक्शन के डर से दूर भागते हैं, मानसिक रूप से परेशान होने लगते, हार्ट बीट बढ़ता है, या डर से वैक्सीनेशन नहीं करवाते हैं, ऐसे लोग ट्रिपैनोफोबिया से ग्रसित होते हैं.
बता दें कि ट्रिपैनोफोबिया एक प्रकार का मानसिक डर है. असल में ये इंजेक्शन की नीडल से होता है, इसमें फोबिया कई प्रकार के होते हैं. हालांकि हर इंसान में ये डर अलग-अलग तरह का होता है.
इस फोबिया में लोगों को इंजेक्शन या हाइपोडर्मिक सुइयों से डर लगने लगता है. वहीं इसका शिकार मरीज इंजेक्शन के देखते ही बेचैन और परेशान होने लगता है.
रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र के अनुमान के मुताबिक हर 4 में से 1 वयस्क और 3 में से 2 बच्चे सुई को देखते ही डर जाते हैं.
वहीं ट्रिपैनोफोबिया आपके स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है. रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र के मुताबिक सुई से डर मरीज में बचपन से हो सकता है.
एक्सपर्ट के मुताबिक इस समस्या पर विशेषज्ञों की सलाह माननी चाहिए. यानी ट्रिपैनोफोबिया के लक्षणों को महसूस करने पर सबसे पहले आपको डॉक्टर से मिलकर बात करनी चाहिए.