भारत का सबसे पहला क्रिसमस केक किसने और कैसे बनाया था? जानें इसका इतिहास

आज पूरी दुनिया में क्रिसमस मनाया जा रहा है लेकिन आज से 140 साल पहले ऐला नहीं था. भारत में भी लोग इस त्योहार से उतने परिचित नहीं थे. 

उस समय देश में अंग्रेजों का राज था और उनके मुल्क के कई बाशिंदे सोने की चिड़िया कहे जाने वाले हिन्दुस्तान में कारोबार के लिए आया करते थे. 

लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत का सबसे पहला क्रिसमस केक किसने और कैसे बनाया था? तो चलिए जानते हैं इसके पीछे का इतिहास. 

भारत में केक का इतिहास केरल के थालास्सेरी से जुड़ा है जहां कथित तौर पर माम्बल्ली बापू नामक शख्स ने 1883 में भारत का पहला क्रिसमस केक बनाया था. 

कहा जाता है कि मर्डोक ब्राउन नामक ब्रिटिश व्यापारी ने केरल में रॉयल बिस्किट फैक्ट्री के मालिक माम्बल्ली बापू को प्लम केक का नमूना देकर केक बनाने का आग्रह किया था. 

आमतौर पर क्रिसमस का प्लम केक बनाने में ब्रांडी का इस्तेमाल होता है. बापू ने ब्रांडी के बजाय काजू एप्पल से बने एक स्थानीय घोल को केक के घोल के साथ मिलाया. 

ये काजू के फल का फूला हुआ खाने लायक वो हिस्सा होता है जिससे काजू लटका रहता है. इसका इस्तेमाल कभी-कभी शराब बनाने के लिए किया जाता है. 

माम्बली बापू के बने केक का स्वाद जब स्कॉट कारोबारी मर्डाक ब्राउन ने चखा तो इसके शानदार स्वाद से वो हैरान रह गया.

वो इतना खुश हुआ कि उसने माम्बली को एक दर्जन केक बनाने के और ऑर्डर दिए. इस तरह से भारत में पहला क्रिसमस केक बनाया गया.