ये हैं वो देश जहां पर हैं साइलेंट एयरपोर्ट, जानें आखिर इसमें होता क्या है?

साइलेंट एयरपोर्ट ऐसे एयरपोर्ट होते हैं जहां यात्रियों को कम शोर-शराबे का सामना करना पड़ता है.

ये एयरपोर्ट मुख्य रूप से इंटरनेशनल फ्लाइट्स के लिए होते हैं और भारत में दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, लखनऊ, जयपुर और सूरत जैसे एयरपोर्ट साइलेंट एयरपोर्ट के रूप में जाने जाते हैं.

इन एयरपोर्ट्स पर यात्रियों को फ्लाइट से संबंधित अहम सूचनाएं मोबाइल पर SMS के जरिए भेजी जाती हैं.

बैगेज डिलीवरी बेल्ट, फ्लाइट समय में बदलाव और अन्य जानकारी LED स्क्रीन के जरिए दी जाती है. साइलेंट एयरपोर्ट का उद्देश्य यात्रियों को एक शांतिपूर्ण यात्रा का अनुभव प्रदान करना है.

दुनिया भर में साइलेंट एयरपोर्ट का चलन तेजी से बढ़ रहा है और इनमें दुबई इंटरनेशनल, लंदन सिटी, एम्सटर्डम शीफॉल, हेल्सिंकी, केपटाउन इंटरनेशनल और सिंगापुर का चांगी एयरपोर्ट शामिल हैं.

हालांकि, इसका मतलब ये नहीं कि यहां पर कोई अनाउंसमेंट नहीं होता. इमरजेंसी या सुरक्षा संबंधी जानकारी केवल अनाउंसमेंट के जरिए दी जाती है, जो कि बहुत ही कम होती है.

साइलेंट एयरपोर्ट पर शोर की मात्रा में 20 से 30 फीसदी की कमी पाई जाती है, जिससे यात्रियों को शांतिपूर्ण और आरामदायक वातावरण मिलता है.