मां शैलपुत्री
या देवी सर्वभूतेषु माँ शैलपुत्री रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:॥
मां दुर्गा को सर्वप्रथम शैलपुत्री के रूप में पूजा जाता है
हिमालय में पुत्री के रूप में जन्म लेने के कारण उनका नामकरण शैलपुत्री हुआ
माता का वाहन वृषभ है
देवी के दाएं हाथ में त्रिशूल है और बाएं हाथ में कमल सुशोभित है
इनका महत्व और शक्ति अनंत है
शैलपुत्री शिवजी की अर्द्धांगिनी बनीं
पार्वती और हेमवती देवी के अन्य नाम हैं