इस बार जन्माष्टमी का त्योहार 06 और 07 सितंबर को दो दिन पड़ रहा है
ऐसे में लोगों के बीच इसे लेकर असमंजस की स्थिति देखी जा रही है
जन्माष्टमी की रात भक्त जाग कर कृष्ण भगवान की खास विधि से पूजा करते हैं.
जन्माष्टमी पर तीस सालों के बाद ग्रह नक्षत्रों का विशेष संयोग भी बन रहा है
इस कारण इसके व्रत की विशेष महत्ता है
संतान की प्राप्ति के लिए भी इस दिन विशेष पूजा की जाती है
ज्योतिष के अनुसार आम लोगों के लिए 6 सितंबर के दिन जन्माष्टमी का व्रत रखना बहुत ही शुभ रहेगा
इस दिन तीन अत्यंत शुभ योग का निर्माण हो रहा है
वहीं साधु और ऋषियों के लिए 7 सितंबर के दिन जन्माष्टमी का व्रत रखना शुभ रहेगा
मान्यता है कि जन्माष्टमी पर पूरे विधि विधान से भगवान श्रीकृष्ण की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं