अब हिन्दी पंचांग का छठा महीना भाद्रपद चल रहा है, जो 29 सितंबर तक रहेगा

भाद्रपद को आम बोलचाल में भादौं का महीना कहा जाता है

भाद्रपद महीने के कृष्ण पक्ष में 6 और शुक्ल पक्ष में 12 दिन व्रत-पर्व रहेंगे

भादौ में कुल 18 बड़े व्रत-त्योहार आएंगे, जिनमें कृष्ण पक्ष में व्रत-पर्व वाले 6 दिन रहेंगे. इनमें कजरी तीज, बहुला चौथ, हलछठ, श्रीकृष्ण जन्माष्टमी, अजा एकादशी और अमावस्या होगी

कृष्ण पक्ष के बाद शुक्ल पक्ष में 12 दिन तीज-त्योहार रहेंगे

शुक्ल पक्ष ​के पर्व हैं- वराह जयंती, कन्या संक्रांति, हरतालिका तीज, गणेश चतुर्थी, ऋषि पंचमी, ललिता सप्तमी, दूर्वाष्टमी, परिवर्तिनी एकादशी, वामन जयंती, बुध प्रदोष, अनंत चतुर्दशी और भाद्रपद पूर्णिमा

भाद्रपद महीने में गणेश चतुर्थी पर दस दिनों का गणेशोत्सव शुरू होगा, जो कि 10 दिन बाद अनंत चतुर्दशी पर खत्म होगा

इन दिनों में भगवान गणेश की विशेष आराधना करने की भी परंपरा रही है

भाद्रपद में श्रीकृष्ण की पूजा से पाप खत्म होते हैं और परेशानियां दूर होती हैं

इन दिनों शंख में दूध और जल भरकर श्रीकृष्ण का अभिषेक करना चाहिए, फिर भगवान को नैवेद्य लगाएं

इस महीने में भगवान विष्णु की भी पूजा करनी चाहिए, क्योंकि ग्रंथों में भगवान विष्णु और उनके अवतारों की विशेष पूजा करने की बात बताई गई है