हिंदू धर्म में पंचक को अशुभ माना गया है. पंचांग के मुताबिक, चोर पंचक आज यानी 5 अप्रैल, शुक्रवार से शुरू हो गया है.
चोर पंचक की शुरुआत सुबह 7 बजकर 12 मिनट से हो चुकी है. यह पंचक 9 अप्रैल मंगलवार को सुबह 7 बजकर 32 मिनट तक रहेगा.
पंचक के दौरान घर की छत को ढलवाने से परहेज करना चाहिए. ऐसा इसलिए क्योंकि अशुभ समय में किए गए कार्यों के परिणाम अशुभ ही होते हैं.
ज्योतिषीय मान्यताओं के अनुसार, पंचक के दौरान चारपाई बनाने या बनवाने से बचना चाहिए. दरअसल असल इस दौरान ऐसा करना अशुभ माना गया है.
पंचक की अवधि में ज्वलनशील वस्तुएं जैसे- घास, लकड़ी इत्यादि को इकट्ठा करने से परहेज करना चाहिए. ऐसा इसलिए क्योंकि इस दौरान आग लगने का खतरा रहता है.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, पंचक के दौरान दक्षिण दिशा की यात्रा नहीं करनी चाहिए. शुभ और मांगलिक कार्यों के लिए भी इस दिशा की यात्रा करने से बचना चाहिए.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, पंचक के दौरान बेड का निर्माण नहीं करवाना चाहिए. यह बेहद अशुभ और अमंगलकारी माना गया है.
पंचक के दौरान मृत्यु होना अशुभ माना गया है. कहा जाता है कि अगर किसी की मृत्यु पंचक में होती है तो उसके कुल-खानदान, रिश्तेदार में भी मृत्यु का खतरा बना रहता है.
ऐसे में अनहोनी से बचने के लिए मृतक के शव के साथ-साथ पांच पुतले आटे या कुश से बनाने चाहिए. ऐसा करने से अनहोनी का खतरा टल जाता है.