केदारनाथ, भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है. यह उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित है.
बाबा केदार के दर्शन के लिए हर साल लाखों की संख्या में पहुंचते हैं. इस साल केदारनाथ धाम के कपाट मई महीने में खोल दिए जाएंगे.
मंदिर प्रशासन के मुताबिक, इस साल केदारनाथ धाम के कपाट 10 मई को भक्तों के दर्शन के लिए खोल दिए जाएंगे.
उत्तराखंड के पांच प्रयागों में एक देवप्रयाग भी है. जिसकी एक अलग पहचान है. देवप्रयाग वहीं स्थान है जहां भागीरथी और अलगनंदा नदी का संगम होता है.
देवप्रयाग से ही अलकनंदा, गंगा के नाम से जानी जाती है. सनातन धर्म में गंगा नदी का खास धार्मिक महत्व है.
केदारनाथ के पास बद्रीनाथ धाम भी स्थित है. बद्रीनाथ धाम केदारनाथ से 40 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. कहा जाता है कि भगवान शिव के भक्तों को जीवन में एक बार बद्रीनाथ के दर्शन जरूर करना चाहिए.
केदारनाथ की चोटी को भगवान शिव का पर्वत कहा जाता है. बद्रीनाथ मंदिर उत्तराखंड के प्रमुख आकर्षण का केंद्र है.
चार धाम की यात्रा पर जाने वाले भक्त ऋषिकेश भी जा सकते हैं. यहां हर साल हजारों की संख्या में भक्त आस्था की डुबकी लगाते हैं.
केदारनाथ जाने वाले भक्त हरिद्वार भी गंगा स्नान के लिए जाते हैं. कुंभ मेले के दौरान हरिद्वार की खूबसूरती में चार चांद लग जाते हैं. यहां हर की पौड़ी, चंदी देवी मंदिर, मनसा देवी मंदिर आकर्षण का केंद्र है.