यहां रावण को दामाद मानते हैं लोग, संतान प्राप्ति के लिए होती है पूजा

देश में एक ऐसा स्थान है जहां रावण को लोग दामाद के रूप में पूजा करते हैं. 

मंदसौर में नामदेव समाज के लोग मंदोदरी को अपने वंश की बेटी मानते हैं.

यही वजह है कि वहां आज भी रावण को दमाद जैसा सम्मान दिया जाता है. 

मंदसौर में रावण की एक विशाल प्रतिमा भी है जहां हर दिन लोग उसकी पूजा करने आते हैं. 

41 फीट ऊंची और विशाल रावण की ये प्रतिमा लगभग चार सौ साल पुरानी मानी जाती है.

यहां औरतें रावण को दामाद मानती हैं इसलिए उसकी पूजा करने के दौरान घूंघट करती हैं.

यहां संतान प्राप्ति के लिए विशेष रूप से रावण की पूजा की जाती है.

मंदसौर के लोग दशहरा के दिन सुबह-सुबह ढोल-बाजे के साथ जाकर रावण की प्रतिमा की पूजा करते हैं.

फिर राम और रावण की सेनाएं निकलती हैं और शाम के समय रावण दहन किया जाता है. रावण दहन से पहले लोग रावण से क्षमा मांगते है.