कोलकाता के इस मंदिर में गिरी थीं माता सती के पैर की उंगलियां
नवरात्रि के पावन त्योहार को आने में अब कुछ ही समय रह गया है
इन 9 दिनों के दौरान भक्त मां के मंदिरों में उनके दर्शन के लिए जाते हैं
देश में एक ऐसा भी मंदिर है जो लगभग 100 साल पुराना है
यह मंदिर पश्चिम बंगाल के कोलकाता के दक्षिणेश्वर में हुगली नदी के किनारे स्थित है
इस मंदिर का नाम है दक्षिणेश्वर काली मंदिर और इस प्रसिद्ध मंदिर में मां भवतारिणी की मूर्ति स्थापित है
मां काली का रुप माने जाने वाली मां भवतारिणी के दर्शनमात्र से ही यहां आने वाले भक्तों की सभी मनोकामना पूरी होती है
माता काली का यह मंदिर 51 शक्तिपीठों में से एक है
पौराणिक कथाओं और मान्यताओं के अनुसार यहां पर माता सती के दाएं पैर की कुछ उंगलियां गिरी थीं
इस मंदिर का निर्माण 1847 में एक जमींदार रानी रश्मोनी द्वारा कराया गया था
25 एकड़ में फैले इस मंदिर में प्रतिदिन दर्शन करने काफी संख्या में मां के भक्त आते हैं