न भगवान की मूर्ति न महिलाओं का प्रवेश, पुरुषों को लेकर भी सख्त है इस मंदिर के नियम
भारत में अनेक मंदिर ऐसे हैं जो किसी न किसी वजह से खास हैं
वहीं कु्छ मंदिर परिसरों में महिलाओं के प्रवेश पर प्रतिबंध भी हैं
ऐसा ही एक मंदिर भारत के कर्नाटक में बेलगावी जिले में है
खानापुर तालुका के संगरगली गांव में स्थित इस मंदिर की इसके आसपास कोई प्राचीन मूर्तिकला या अनोखी वास्तुकला नहीं है
मंदिर में आने वाले पर्यटकों औ श्रद्धालुओं के सिए एक खुला मंच है, जिसके सामने एक दीपक जलता रहता है
गांव को लोगों की जंगली जानवरों के हमले से रक्षा करने के लिए यह मंदिर जाना जाता है
रावलकट्टा बाबा को लेकर कई पौराणिक कथाएं प्रचलित हैं, लोगों की रक्षा हेतु वह ट्रेन को रोक चुके हैं
पुरुष इस मंदिर परिसर में प्रवेश कर सकते हैं, लेकिन पुजारी के रहने पर, वहीं उन्हें प्रसाद घर ले जाने की भी अनुमति नहीं है
माना जाता है कि रात होने पर बाबा एक हाथ में छड़ी और दूसरे हाथ में मिट्टी का दीपक लेकर गांव में घूमते हैं