ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक आज यानी 2 मई, 2024 से पंचक शुरू हो गया है, जो कि 6 मई तक रहेगा.
ज्योतिष शास्त्र में पंचक को बेहद अशुभ माना गया है. कहा जाता है कि अगर पंचक के दौरान किसी की मृत्यु हो जाए तो घर-परिवार के अन्य सदस्यों पर भी संकट मंडराने लगता है.
हालांकि, सारे पंचक अशुभ नहीं होते हैं. गुरुवार से शुरू होने वाले पंचक को दोष रहित माना गया है. गुरु पंचक में पांच कार्यों को छोड़कर सभी काम किए जा सकते हैं.
गुरुवार से शुरू होने वाले पंचक को अग्नि पंचक कहा जाता है. इस पंचक के दौरान पांच प्रकार के कार्यों को करने की मनाही है.
अग्नि पंचक दौरान किसी शुभ और मांगलिक कार्यों के लिए दक्षिण दिशा की यात्रा करने से बचना चाहिए.
गुरु पंचक के दौरान लकड़ी से जुड़े कार्यों को करना अशुभ माना गया है. ऐसे में इस दौरान लकड़ी इकट्ठा करने से भी बचना चाहिए.
अगर पंचक के दौरान किसी मृत्यु हो जाए तो परिवार से सदस्यों की रक्षा के लिए दाह संस्कार के समय आटे, बेसन और कुश के 5 पुतले बनाकर मृतक के साथ उसका भी अंतिम संस्कार करना चाहिए.
पंचक के दौरान पलंग या चारपाई बनवाना भी अशुभ माना गया है. ऐसे में इस दौरान ये गलती भूलकर भी ना करें.
पंचक के दौरान मांगलिक कार्य जैसे- शादी, मुंडन और नामकरण संस्कार इत्यादि वर्जित हैं. इसलिए पंचक के दौरान किसी भी प्रकार के मांगलिक कार्य को करने से बचें.