PM मोदी जाएंगे हजरतबल दरगाह, जानिए इसकी खासियतें
हजरतबल दरगाह कश्मीर के डल झील के किनारे है. इसका दीदार करने दूर-दूर से लोग आते हैं.
मान्यता है कि इस दरगाह में पैगंबर मोहम्मद साहब का दाढ़ी का बाल सुरक्षित रखा है.
मोहम्मद साहब के बाल को सैयद अब्दुल्ला द्वारा कश्मीर लाया गया था. उन्होंने इसी दरगाह पर उनके बाल को दफन कर दिया.
इस दरगाह की खूबसूरती की वजह से है कश्मीर आने वाले लोग यहां में माथा टेके बिना नहीं जाते.
यहां सभी धर्मों के लोग अपनी मन्नत मांगने के लिए आते हैं.
हजरतबल दरगाह को मदिनात-अस-सनी, असर-ए-शरीफ, और दरगाह शरीफ आदि नामों से जाना जाता है.
दरगाह में जाने से पहले सिर ढकना जरूरी होता है. साथ ही यहां प्रवेश करने के लिए कोई शुल्क नहीं देना होता है.
इस दरगाह में कोई भी महिला नहीं जा सकती है क्योंकि ये दरगाह के साथ-साथ एक मस्जिद भी है.
शाहजहां के सूबेदार सादिक खान ने 1623 में इस जगह पर बगीचे, इमारत और आरामगाह बनवाया था.
साल 1634 में शाहजहां ने इस महल को इबादत करने के स्थान में बदलने का आदेश दिया था.