शनि देव ऐसे लोगों को देते हैं सबसे अधिक कष्ट
शनि देव, व्यक्ति को उनके अच्छे और बुरे कर्मों के आधार पर फल प्रदान करते हैं.
aज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जानिए कि शनि देव किन लोगों को सबसे अधिक पीड़ा देते हैं.
वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अगर किसी जातक की कुंडली में शनि 6, 8 और12वें भाव में बैठे हैं. शनि का बुरा प्रभाव लोगों के जीवन पर पड़ेगा.
अगर किसी इंसान की कुंडली में शनि देव अपनी नीच राशि में बैठे हैं तो बुरा रिजल्ट प्रदान करेंगे.
वहीं अगर शनि देव 6, 8 और 12वें भाव के स्वामी ग्रहों के साथ विराजमान हैं तो बुरा प्रभाव देंगे.
अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में शनि राहु, केतु सूर्य और चंद्रमा के साथ बैठे हैं तो उसका का जीवन कष्टकारी रहने वाला होगा.
अगर शनि और मंगल दोनों ही ग्रह एक साथ किसी भाव में बैठें है तो व्यक्ति के जीवन में अस्थिरता रहेगी.
ज्योतिष में शनि को पापी और दुख का कारक ग्रह माना जाता है. कुंडली में शनि के बुरे प्रभाव के कारण व्यक्ति को धन और सेहत संबंधित कष्ट मिलते हैं.
कुंडली में शनि दोष होने पर व्यक्ति को कोर्ट-कचहरी का सामना करना पड़ता है.साथ ही पैतृक संपत्ति में बाधाओं का सामना करना पड़ता है.