सूर्य ग्रहण के दिन भूलकर भी ना करें 'तुलसी' से जुड़े ये 5 काम

इस साल का पहला सूर्य ग्रहण चैत्र महीने की अमावस्या पर लगने जा रहा है. पंचांग के अनुसार, चैत्र मास की अमावस्या 8 अप्रैल, सोमवार को है. 

ज्योतिष शास्त्र की गणना अनुसार, यह सूर्य ग्रहण इस साल का पहला पूर्ण सूर्य ग्रहण होगा. 50 साल बाद इस सूर्य ग्रहण पर खास संयोग बन रहा है. 

इस दिन सूर्य देव और चंद्रमा की उपस्थिति मीन राशि में होगी. ऐसे में यह सूर्य ग्रहण मीन राशि में लगेगा. वैसे तो यह सूर्य ग्रहण भारत में नहीं लगेगा, लेकिन इसका ज्योतिषीय असर सभी राशियों पर कमोबेश होगा.

सूर्य ग्रहण के दौरान वृषभ, वृश्चिक और कुंभ राशि वालों को खास सतर्क रहना होगा. जबकि, यह सूर्य ग्रहण  मेष, मिथुन, सिंह, कन्या, तुला और धनु राशि से जुड़े लोगों के लिए शुभ रहेगा. 

कर्क राशि मकर राशि और मीन राशि से संबंध रखने वालों के लिए मिलाजुला रहेगा. सूर्य ग्रहण के दौरान तुलसी से जुड़े 5 कार्यों को करने से बचना चाहिए. 

धार्मिक मान्यता के अनुसार, सूर्य ग्रहण और सूतक के दौरान तुलसी के पौधे को छूने से बचना चाहिए. क्योंकि, ऐसा करना बेहद अशुभ माना गया है.

सूर्य ग्रहण के दिन तुलसी के पत्ते को तोड़ने से बचना चाहिए. कहा जाता है कि ऐसा करने से विष्णु प्रिया मां लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं. पके हुए भोजन में रखने के लिए तुलसी के पत्ते ग्रहण लगने से पहले तोड़े लेना चाहिए.

धर्म शास्त्रों के मुताबिक, ग्रहण का प्रभाव तुलसी के औषधीय गुणों पर भी पड़ता है. ऐसे में तुलसी के गमले पर गेरु (लाल रंग का विशेष पदार्थ) लगाकर पौधे का बचाव किया जा सकता है. 

सूर्य ग्रहण के दौरान तुलसी के पौधे को खुले में रखने के बचना चाहिए. ग्रहण के दौरान तुलसी के पौधे को सूती कपड़े से ढककर रखना शुभ माना गया है. 

अगर कोई सूर्य ग्रहण के दौरान तुलसी के पत्ते तोड़ता है तो उसे नाखून के झटके से ऐसा नहीं करना चाहिए. ऐसा करने से पहले तुलसी को प्रणाम करें और फिर तुलसी के पत्तों को तोड़ें.