सूर्यज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, अगर कुंडली का 10वां भाव (घर) में सूर्य मजबूत हो तो सरकारी नौकरी मिलने की संभावना प्रबल हो जाती है.
मंगल
कुंडली का मंगल ग्रह मजबूत स्थिति में हो तो व्यक्ति कार्यक्षेत्र में खूब मान-सम्मान प्राप्त करता है.
मजबूत मंगल की वजह से ही कार्यक्षेत्र में रुतबा बरकरार रहता है. कार्यस्थल पर किए गए कार्यों की सराहना की जाती है.
शनि
अगर लंबे समय से नौकरी में समस्या आ रही है तो इसका मतलब है कि कुंडली में शनि संतुलित स्थिति में नहीं है.
किए गए कार्यों की सराहना ना होना भी कमजोर शनि का संकेत है. जब किसी व्यक्ति की कुंडली में शनि ग्रह खराब स्थिति में हो तो उसे आखिरकार नौकरी से हाथ धोना ही पड़ता है.
बुध ग्रह
नौकरी में तरक्की के लिए कुंडली में बुध ग्रह भी मायने रखता है. अगर कुंडली में बुध ग्रह की स्थिति अच्छी है तो करियर में जबरदस्त तरक्की मिलती है.
सूर्य ग्रह को मजबूत करने के लिए प्रतिदिन सूर्योदय के वक्त उगते हुए सूर्य को जल देना चाहिए. सूर्य को जल अर्पित करने के लिए पीतल के लोटे का इस्तेमाल करना अच्छा माना गया है.
कुंडली के मंगल ग्रह को मजबूत करने के लिए सबसे आसान उपाय हनुमान की उपासना करना है. मंगलवार को व्रत रखकर शाम के समय हनुमान जी को बूंदी की लड्डू का भोग लगाना चाहिए. हनुमान चालीसा का पाठ करने से भी कुंडली का मंगल ग्रह मजबूत होता है.
शनि ग्रह को मजबूत करने के लिए शनिवार को दशरथ कृत 'शनि स्तोत्र' का पाठ करना चाहिए.
कुंडली में बुध ग्रह को मजबूत कर करियर में तरक्की पाने के लिए भगवान गणेश और मां दुर्गा की उपासना करनी चाहिए. गणपति को बुधवार को दू्र्वा अर्पित करने से भी कुंडली का बुध ग्रह मजबूत होता है.