क्या नरेंद्र मोदी तीसरी बार बन पाएंगे PM, जानिए क्या कहती है उनकी कुंडली
लग्न कुंडली के अनुसार नरेंद्र मोदी जी की कुंडली वृश्चिक लग्न की है. इनकी कुंडली के स्वामी मंगल देव हैं. नरेंद्र मोदी की लग्न व जन्म राशि वृश्चिक ही है.
मंगल व चंद्रमा लग्न में स्थित हैं और मंगल देव रोचक नाम का पंच महापुरुष योग बना रहे हैं. चंद्रमा के साथ नीच भंग राजयोग भी बन रहा है.
मंगल देव छठे व पहले घर के स्वामी हैं व लग्न में बैठे हैं. इसलिए दुश्मन कभी भी इनसे जीत नहीं पाएगा.
सप्तमेश शुक्र देव दशम भाव में बैठे हैं. उनके साथ चतुर्थ भाव के स्वामी शनि देव भी दशम भाव में बैठे हैं. यानी न्याय से जुड़ी बातें हमेशा करेंगे.
गुरु व शुक्र केंद्र में आमने-सामने बैठे हैं. इसका मतलब जो जैसी भाषा में समझेगा उसको वह वैसे ही समझाएंगे. मतलब, जैसे को तैसा, यह हमेशा जनहित में देश हित में ही कार्य करेंगे.
चतुर्थ व दशम भाव को शनि देव प्रभावित कर रहे हैं. इसलिए हमेशा न्याय संगत व तर्कसंगत बातें करेंगे.
एकादश भाव में सूर्य व बुध ‘बुधआदित्य’ योग भी बना रहे हैं. इसलिए प्रधानमंत्री मोदी हमेशा राजा की तरह रहेंगे. साथ ही देश को एक सम्मानजनक स्थिति में पहुंचा देंगे.
मई 2023 से मंगल में बृहस्पति की अंतर्दशा 21 अप्रैल 2024 तक चलेगी. मंगल की महादशा 29 नवंबर 2021 से 29 नवंबर 2028 तक रहेगी.
मंगल की दशा में भी प्रधानमंत्री मोदी को बहुत लाभ होगा. भारतीय सेना का सम्मान पूरी दुनिया में बढ़ेगा.
साल 2028 तक मंगल की महादशा के कारण भारत की सेना पूरे विश्व में एक सम्मानजनक स्थिति में होगी.